Origin & History
आजाद महाविद्यालय, करौदा मसिना - सिद्वार्थनगर (उ0प्र0) जनपद -सिद्वार्थनगर से आठ कि0मी0 नौगढ - बांसी मुख्य मार्ग पर जोगिया के पूर्व स्थित है । इसकी स्थापना वर्ष 2010 में हुई । इस महाविद्यालय के भवन का लोकार्पण दिनांक 19 मई 2010 को दी0द0उ0 गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एस0एल0 मलिक जी द्वारा किया गया । जिसमें क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा0 राम नरायण जी एवं अन्य जनपद के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
महाविद्यालय की स्थापना एवं उसके सम्पूर्ण विकास की परिकल्पना मलकुती कुआतों (देव शक्तियों) के प्रेरणा के फलस्वरूप ही संभव होता है । भ्रमवश अज्ञानी मानव अल्लाह (परमात्मा) द्वारा प्रदत्त सफलता रूपी बख्शीश (प्रसाद) को अपनी उप्लब्धियों मे जोड़कर एवं अपने को परिपूर्ण मानकर अपने आगे की उपलब्धियों को विराम देने लगता है और यही से मानव के पतन का मार्ग प्रशस्त होने लगता है । आज़ाद महाविद्यालय की स्थापना से पूर्व बड़े बुजुर्गो से प्राप्त शिक्षा और अहंकार से कोषों दुर रहकर महात्मा बुद्ध की पावन धरती पर स्थित करौंदा मसीना मे आज़ाद महाविद्यालय की स्थापना हुई । ईट-ईट को जोड़कर ही महल का निर्माण होता है और महल की परिभाषा में एक मज़दूर से लेकर सभी शिल्पिगण जिंहोने इस महाविद्यालय को आकार दिया है , महाविद्यालय उन विद्वान मनीषियों एवं प्रसिद्ध आलिमों ने अपने पवित्र विचार से इस महाविद्यालय को पुष्पित एवं पल्लवित होने का आशीर्वाद दिया है के प्रति आभार प्रकट करता है|
Our Mission
अत्यदधिक पिछड़े क्षेत्र के छात्र एवं छात्राओ को अपने गृह नगर मे ही रहकर कम खर्च पर स्नादतक की सार्थक एवं प्रेरणादायक शिक्षा प्रदान करके रोजगार से जोड़ना तथा राष्टीfयता की भावना सं ओत प्रोत करना है।